PLC क्या होती है और plc कैसे काम करती है ? [What is PLC]
हेलो दोस्तों आज हम जानेंगे पीएलसी क्या होती है और यह कैसे कार्य करती है दोस्तों आज के समय में पीएलसी की जानकारी होना बहुत ही आवश्यक है अगर आप आईटीआई पॉलिटेक्निक, BE या बीटेक के स्टूडेंट हैं और आप किसी कंपनी के इलेक्ट्रिकल डिपार्टमेंट में जाना चाहते हैं तो आपको पीएलसी की अच्छी जानकारी होनी चाहिए जिससे कि आप किसी भी इंडस्ट्री में इलेक्ट्रीशियन या फिर पीएलसी प्रोग्रामर के तौर पर अपनी जगह बना सकें
1- plc की full form क्या होता है?
( plc ki full form ) plc की full form होती है - Programmable logic controller
P-programmable
L-logic
C-controller
2- क्या होती है ? ( What is PLC )
PLC एक हार्डवेयर डिवाइस है जो कि एक सॉफ्टवेयर प्रोग्राम पर कार्य करती है जो प्रोग्राम हमारी जरूरतों के अनुसार से कार्य करता है कंपनियों में प्रोडक्शन के लिए कई प्रकार की प्रक्रिया होती हैं
पीएलसी का प्रयोग कई प्रकार के उद्योगों और मशीनों में करा जाता है जैसे प्रेशर कंट्रोल , टेंपरेचर कंट्रोल , इंटरलॉकिंग आदि में पीएलसी का प्रयोग करा जाता है इन सब को कंट्रोल करने के लिए पीएलसी में प्रोग्राम डाला जाता है यह प्रोग्राम कोई भी पीएलसी प्रोग्रामर बना लेता है
पीएलसी का उपयोग उद्योगों को ध्यान में रखते हुए ही करा जाता है इसके अंदर हार्डवेयर वायरिंग नहीं होती है इसके अंदर सीपीयू होता है जोकि प्रोग्राम को प्रोसेस करता है और आउटपुट निकालता है
जब पीएलसी नहीं थी तब कई सारे उपकरणों को मिलाकर एक इलेक्ट्रिकल पैनल बनाया जाता था इस पैनल से किसी मशीन को कंट्रोल करा जाता था लेकिन इस पैनल में अगर कभी दिक्कत आती थी तो उस दिक्कत को पकड़ने में बहुत ही ज्यादा समय लगता था
जिस कारण हमारी मशीन काफी समय तक बंद रहती थी इसी प्रॉब्लम को दूर करने के लिए पीएलसी का प्रयोग करा जाने लगा पीएलसी का प्रयोग करने से बहुत ही जल्दी फाल्ट मिल जाता है और पीएलसी उन उपकरणों की तुलना में सस्ती पड़ती है तथा पीएलसी के अंदर का प्रोग्राम मिटाकर हम कोई अन्य प्रोग्राम भी डाल सकते हैं ।।
3- पीएलसी की परिभाषा
पीएलसी एक डिजिटल कंप्यूटर है जिसका प्रयोग इलेक्ट्रोमैकेनिकल प्रोसेस को ऑटोमेटिक करने के लिए करा जाता है इंडस्ट्रीज में इसका प्रयोग मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस को ऑटोमेटिक करने के लिए करा जाता है ।
4- पीएलसी कैसे काम करती है
पीएलसी के अंदर 1 CPU होता है और इसके साथ एक memory लगी होती है इस मेमोरी में प्रोग्राम स्टोर होता है और इसकी memory निश्चित होती है इसको कम या ज्यादा नहीं करा जा सकता तथा इसमें इनपुट और आउटपुट मॉड्यूल होते हैं
इनपुट मॉड्यूल सेंसर लिमिट स्विच , टेंपरेचर सेंसर और पुश बटन आदि से इनपुट लेता है और सीपीयू को देता है जिसमे की प्रोग्राम के अनुसार सिग्नल प्रोसेस होते हैं तथा आउटपुट निकालते हैं और यह रिले तथा तथा कांट्रेक्टर आदि को जाता है और प्रोग्राम के अनुसार हमारे उपकरणों या फिर मशीन को चलाता है
पीएलसी में जो प्रोग्राम डाला जाता है वह लेटर लैंग्वेज में होता है इसको हम लैडर प्रोग्राम भी बोलते हैं यह प्रोग्राम पहले हम कंप्यूटर में बनाते हैं फिर एक केवल के माध्यम से अपनी पीएलसी में डाल देते हैं जिसके अनुसार हमारी पीएलसी वर्क करती है
5- Plc कितने प्रकार की होती हैं? - types of plc in hindi
आज के समय में बहुत सी कंपनियां पीएलसी बनाती है लेकिन मुख्य रूप से बात करी जाए तो पीएलसी केवल दो प्रकार की होती हैं
पीएलसी के दो मुख्य प्रकार होते हैं
1- compact PLC
2- modular PLC.
पीएलसी को कुछ अन्य नाम या प्रकार से भी जाना जाता है जैसे कि
Small PLCs
Large PLCs
Medium- sized PLCs
Compact or integrated plc
modular PLCs
compact plc kya hota hai
कंपैक्ट पीएलसी में इनपुट आउटपुट मॉड्यूल की संख्या निश्चित होती है और इन इनपुट आउटपुट मॉड्यूल को बढ़ाया या घटाया नहीं जा सकता है यह इनपुट आउटपुट मॉड्यूल मैन्युफैक्चर द्वारा निर्धारित या बनाए जाते हैं
modular plc kya hota hai
मॉडलर पीएलसी में हम इनपुट आउटपुट मौजूद को बढ़ा सकते हैं जिससे कि हम इनपुट आउटपुट मॉड्यूल के द्वारा ज्यादा कंपोनेंट का प्रयोग कर सकते हैं और मॉडलर पीएलसी का प्रयोग करने से हमारा सिस्टम बड़ा होता है और इसका उपयोग करना आसान भी होता है और प्रतीक इनपुट आउटपुट मॉड्यूल एक दूसरे से भिन्न होता है
पीएलसी को आउटपुट के आधार पर तीन प्रकारों में विभाजित किया जाता है,
जैसे
1- relay output
2- transistor output
3- triac output realy
Physical size के अनुसार, एक PLC mini, micro और nano plc में divide है।
6- PLC के कौन - कौन से hardware parts होते हैं।
1-CPU
2-power supply
3-input/output terminal(module)
4-programming device
1-CPU-
सीपीयू का पूरा नाम सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट हो.ता है और इसको हम कंप्यूटर का दिमाग भी कह सकते हैं सभी कंप्यूटर के अंदर सीपीयू होता ही है इसलिए हम लोग पीएलसी को भी कंप्यूटर कह सकते हैं पीएलसी के अंदर लगा सीपीयू पीएलसी को दिए जाने वाले इनपुट सिगनल को प्रोसेस करता है और आउटपुट निकालता है पीएलसी की सारी प्रोसेसिंग सीपीयू में ही होती है
2-power supply-
पीएलसी में मुख्यतः दो प्रकार की पावर सप्लाई का प्रयोग होता है 220 वोल्ट एसी और 24 वोल्ट डीसी पावर सप्लाई 24 वोल्ट डीसी पावर सप्लाई ऑपरेटिंग पावर सप्लाई होती है पीएलसी में इन दोनों पावर सप्लाई का होना अति आवश्यक होता है
3-input/output terminal- पीएलसी में इनपुट आउटपुट terminal या फिर मॉड्यूल का प्रयोग इनपुट को लेने और सीपीयू द्वारा प्रोसेस करके आउटपुट निकालने के लिए करा जाता है
4-programming device- पीएलसी में प्रोग्राम डालने या फिर प्रोग्राम को चेंज करने के लिए एक प्रोग्रामिंग डिवाइस की आवश्यकता होती है
programming console
Hand Programmer
7 - PLC को input देने वाली devices
Switch and push button
Sensing devices
temperature switches
limit switches
level switches
photoelectric sensors
Presence detection sensors
pressure switches
Vacuum switches
float switches
8- PLC के output signals जिन उपकरणों को दिया जाता है वो उपकरण
Motor starter
solenoid
Totalizer
the counter
fans
Pile lights
Encouragement
The pump
Control relay
Printer
9- advantages of plc
Very fast processing sleed
Low power consumption.
Easy to change logic
Easy maintenance
Able of handing of complicated logic operations.
Plc is a affordable
PLC is Rugged
नोट- इन सभी advantages की बजह से plc applications बहुत ज्यादा होती है।
दोस्तों मैं आशा करता हूं कि आपको यह plc की पोस्ट पसंद आई होगी तो इसी तरीके की इलेक्ट्रिकल की जानकारी लेने के लिए हमारी वेबसाइट पर विजिट करते रहिए तथा आपके मन में और कोई अन्य इलेक्ट्रिकल इंटरव्यू प्रिपरेशन से रिलेटेड क्वेश्चन हो तो आप कमेंट बॉक्स में कमेंट करके हमसे सुझाव पा सकते हैं धन्यवाद
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