Single phase induction motor क्या है?,तथा उनके प्रमुख भाग, उनकी कार्यविधि,तथा उसके अनुप्रयोग के बारे में विवरण दीजिये
Single Phase Induction Motor
सिंगल फेज मोटर के नाम से पता चलता है कि इन मोटरो का उपयोग वहाँ किया जाता है जहाँ सिंगल फेज की आपूर्ति हो। सिंगल फेज विद्युत मोटर बाजार मे सर्वाधिक प्रचलित है। क्योंकि इनका उपयोग घरेलू उपकरण कार्यालय तथा छोटे कामों के लिये व्यापक रूप से होता है। लेकिन सिंगल फेज की मोटर थ्री फेज मोटर की तुलना में कम दक्ष होती है।
औद्योगिक क्षेत्र में जहां पर थ्री फेज मौजूद होता है। वहाँ पर भी सिंगल फेज मोटर का उपयोग करके कुछ लघु कामो को आसानी से किया जाता है।
Single Phase Induction Motor working
Single Phase Induction Motor 3-phase Squirrel Cage Motor के समान होती है।इसमें एक Squirrel cage rotor तथा स्टेटर पर single phase वाइडिंग होती है।
जब इसकी बाइंडिंग पर सिंगल फेज सप्लाई जोड़ी जाती है तो यह Sinusoidal Magnetic field उत्पन्न करता है।जिसका प्रत्येक आधे चक्र के बाद ध्रुव बदल जाता है।जिससे वैकल्पिक प्रवाह रोटर को एक स्थिर दिशा में नहीं घूमा पता है अतः यह कंपन करने लगता है।यदि रोटर को किसी अन्य ऊर्जा से पहली बार किसी दिशा में घुमा दिया जाए तो यह उसी दिशा में घूमता रहेगा। भले ही इसमें सिंगल फेज सप्लाई दी गई हो।
इस प्रकार की मोटरों में चुंबकीय फ्लक्स की गति से थोड़ा कम गति से रोटर घूमता है। इसीलिए इन्हें अतुल्यकारक(Asynchronous) मोटर कहते हैं।
Single Phase Induction Motor types सिंगल फेज मोटर के प्रकार
Single-Phase Induction Motor को Self-Starting कैसे बनाते है
हम ऊपर बता चुके हैं कि Single Phase Induction Motor स्वत: शुरू नहीं होती है। अतः इस के रोटर को प्रारंभ में घुमाना आवश्यक है तो इस प्रकार इसे बाहर से किसी यंत्र द्वारा घुमाना सुरक्षित नहीं होता है। अतः इस को स्टार्ट करने के लिए इसके स्वरूप में कुछ आंतरिक परिवर्तन करके बनाया जाता है।
Single Phase Induction Motor को Self-Starting के लिए कई तरीके अपनाए जाते हैं। इनका वर्गीकरण भी इनके सेल्फ स्टार्ट करने की विधि के नाम से ही वर्गीकृत किया जाता है।
सिंगल फेज मोटर्स आमतौर पर फ्रैक्शनल हॉर्स पॉवर रेंज मे बनाये जाते है।
इन्हे मुख्यतः चार भागो मे बांटा जा सकता है।
Phase Induction Motor
Split Phase Type
Capacitor Type
Shaded Pole Type
AC Series OR Universal Motor
Repulsion Motors
Repulsion – Start Induction – Run Motor
Repulsion – Induction Motor
Synchronous Motor
Reluctance Motor
Hysteresis Motor
1.Split-Phase Motor
Split Phase induction motor को स्वतः स्टार्ट करने के लिये इसमे एक centrifugal switch तथा एक Main winding के अलावा स्टार्ट winding को लगाया जाता है।
Operation
1.इसमें दो वाइडिंग main तथा start होती है। start winding main winding से 90 degree के विद्युत कोण पर लगायी जाती है। centrifugal switch को supply तथा start winding के बीच मे जोड़ा जाता है।
2.मोटर की main winding high inductive तथा start winding high resistive होती है। जब इसमें विद्युत सप्लाई दी जाती है तब Main का current lm तथा start का current ls दोनो भिन्न होते है जिससे double phase मशीन की तरह इसमे phase angle 25 से 30 डिग्री के बीच बन जाता है। जिसके कारण इसमें एक weak परिक्रमी क्षेत्र उत्पन्न हो जाता है और रोटर एक निश्चित दिशा मे घूमने लगता है।
3.जब मोटर अपनी सामान्य speed का 75% speed प्राप्त कर लेती है तब centrifugal switch स्वतः ही start winding को सप्लाई से अलग कर देता है और मोटर अपनी speed को accelrate करते हुये sychronous speed पर लगातार घूमती रहती है।
विशेषतायें
इसका starting torque full load torque का 15 से 20 गुना तक हो जाता है।
इसकी starting winding पतली तार से बनायी जाती है। जिससे इसका प्रतिरोध तथा धारा घनत्व उच्च होता है। जिसके कारण यह बहुत जल्दी गर्म हो जाती है। यदि इसे प्रारंभ मे 5 sec से ज्यादा देर सप्लाई दी जाती है तो इसके जलने का खतरा बढ जाता है। इससे बचने के लिये इसमे Thermal protection Relay का प्रयोग किया जाता है।
इसकी सबसे अच्छी विशेषता यह होती है कि यह एक नियत speed पर घूमती है। इसमें speed variation 2-5% का लोड तथा बिना लोड के साथ रहता है।
इस मोटर का प्रयोग मध्यम टॉर्क की आवश्यकता के लिये किया जाता है इस मोटर को बार बार ऑन नही किया जाना चाहिये । इन मोटरो की रेटिंग सामान्यातः 60 w - 250 w के बीच होती है।
इस मोटर का अधिकांश प्रयोग fan , washing machine, Oil Burner, small machine Tools में किया जाता है।
2. Capacitor Type Single Phase Induction Motor
a. Capacitor Start Motor
Capacitor Start Motor spilt phase motor की तरह होती है। इसमें केवल एक capacitor start winding की सीरीज मे main winding के साथ जोड़ा जाता है। capacitor की rating ls तथा Im के अनुसार चुनी जाती है। इस प्रकार Capacitor लगाने से इसमें phase angle 80 degree तक हो जाता है।जो 25-30 डिग्री के angle से काफी अधिक होता है।
Capacitor स्टार्ट मोटर में भी Centrifugal switch 75% स्पीड के बाद स्टार्ट वाइंडिंग को सप्लाई से अलग कर देता है।उसके बाद मोटर स्वत: ही Accelerate होते हुए अपनी सामान्य स्पीड को प्राप्त कर लेती है।
विशेषतायें
phase angle अधिक होने से इसका शुरुआती Torque अधिक होता है।
इसमें start winding का current capacitor connect होने के कारण split phase motor की start winding से आधा होता है।
Capacitor होने के कारण इसकी start winding अपेक्षाकृत कम गर्म होती है।
इसका Starting Torque उच्च होता है
इसका प्रयोग उन जगहों पर करते हैं जहां पर Starting Period long होता हो तथा शुरुआत में अधिक Torque की आवश्यकता हो।
इस प्रकार की मोटर की Power Ratings 120W से 5 – 7 KW तक होती है। इनको मुख्य रूप से उच्च जड़त्व भार, पंप, बड़े पंखे, तथा कंप्रेसर आदि में करते हैं।
Capacitor Start Capacitor Run Motor
इस प्रकार की मोटर में हम दो Capacitor का प्रयोग करते हैं| Start Capacitor (C1) को Start Winding की सीरीज में Centrifugal switch के साथ जोड़ते हैं तथा एक अतिरिक्त Capacitor (C2) को (C1) के समानांतर जोड़ देते हैं। ठीक उसी प्रकार 75% के बाद Start Capacitor Centrifugal switch द्वारा अलग हो जाता है| Capacitor (C2) Permanent Start तथा Main winding के बीच में जुड़ा रहता है।
विशेषतायें
Start winding का Capacitor का प्रयोग सीधे तौर पर Double Phase operation के लिए किया जाता है जिससे यह मोटर किसी भी लोड के लिए शुरूआत में एक नियत Torque प्रोड्यूस करती है। इस प्रकार की मोटर में अन्य सिंगल फेज मोटर की तरह Torque Pulsating नहीं करता। इसका प्रयोग शांत जगहों के लिए किया जाता है क्योंकि इसमें आवाज तथा कंपन दोनों ही कम होते हैं।
Permanent Split Capacitor Motor
Permanent split capacitor motor की संरचना ठीक उसी प्रकार की जाती है जिस प्रकार capacitor start Motor की होती है। इस मोटर में centrifugal switch का प्रयोग नहीं करते है तथा start capacitor के स्थान पर एक कम मान का capacitor start winding की series मे स्थायी रूप से जोड देते है।
विशेषतायें
1.इसका starting तथा running लगभग समान होता है। इस मोटर का Torque कम होता है।
2.इसका प्रयोग कम टॉर्क वाली जगहो पर तथा छोटे घरेलू उपकरण जैसे टेबल फैन , सीलिंग फैन आदि मे किया जाता है।
Shaded Pole Motor
शेडेड पोल मोटर Single Phase Induction Motor का ही एक प्रकार है। लेकिन यह अन्य मोटरो से भिन्न होती है। इस मोटर को स्वतः स्टार्ट करने के लिये कोई भी capacitor या Auxiliary winding नही लगायी जाती है।
इसमे एक squarell cage rotor तथा Main winding के अलावा प्रत्येक ध्रुव के एक किनारे पर लगभग 1 /3 का एक slot कटा होता है जो कोर के ऊपरी भाग को दो भागो मे बॉट देता है इस खाँचे मे एक कॉपर स्ट्रिप को शॉर्ट सर्किट की भाँति लगाया जाता है। जिसे शेडिंग coil कहते है। जिस तरफ sheading coil होती है उसे शेडेड भाग तथा शेष भाग को अन शेडेड भाग कहते है।
Operation
जब इसमें सप्लाई दी जाती है तब मोटर के दोनो पोल magnetic flux उत्पन्न करते है जिसके कारण shaded coil पर विद्युत वाहक बल लगता है तथा एक प्रेरण धारा उत्पन्न होती है। तथा इसका फ्लक्स mein winding के flux को लेज के नियम के अनुसार प्रभावित करता है। जिससे इसके पोल एक दिशा मे क्रमानुसार बदलते रहते है। जिससे इसमें एक घूर्णी परिक्रमी चुम्बकीय क्षेत्र पैदा होता है। और इसी के बल से रोटर घूमने लगता है।
Application
इसका टॉर्क बहुत कम होता है। इसलिये इसका प्रयोग छोटे यंत्रों जैसे- घड़ी, खिलौने, फोटो कॉपी मशीन, मापन यंत्र आदि मे करते है यह मोटर काफी सस्ती होती है।
दोस्तो उम्मीद करता हु की आपको यह single phase induction motor की पोस्ट अछी लगी होगी।
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